राज्य

देश अब निखर रहा है।

डॉ कुमुद बाला मुखर्जी व्दारा लिखित कविता

देश अब निखर रहा है।।

विरासत-संस्कृति को निरख व परख कर,देश अब निखर रहा है,
मोदी – जोगी की जुगलबंदी संग , देश सबको परख रहा है।।

अब तो वीटो पावर आ गया , भले चीन पेपर फाड़े
रूस -यूक्रेन को है समझाना , भले पाक प्रहार करे
हमसे न टकराये नेपाल , अभी अपना देश सुधारे
इज़राइल संग है राष्ट्र खड़ा , भले बांग्ला देश दहाड़े

टेक्नोलॉजी में अमरीका से आगे , देश अब निकल रहा है,
विरासत-संस्कृति को निरख व परख कर,देश अब निखर रहा है ,
मोदी – जोगी की जुगलबंदी संग , देश सबको परख रहा है।।

हम देश की निंदा नहीं , विश्व में सबसे आगे रखते हैं
सभी देश को साथ लेकर , विश्वपटल पर बात करते हैं
कोरोना के समय 120 देशों की , हमने मदद की थी
आज अब हम 5 जी के साथ,विश्वपटल पर बात रखते हैं

सच्ची शिक्षानीति के कारण , अपना देश आगे बढ़ रहा है,
विरासत-संस्कृति को निरख व परख कर,देश अब निखर रहा है ,
मोदी – जोगी की जुगलबंदी संग , देश सबको परख रहा है।।

हम वो हैं जो वसुधैव कुटुम्बकम,पर विश्वास रखते हैं
छोटे देश पर राजनीति नहीं , उनकी परवाह करते हैं
रूस-इसरो सुनीता को भू पर , लाने का दंभ भरते हैं
पेड़ लगाकर विश्व से प्रदूषण ,हटाने पर गर्व करते हैं

देश की असंख्य उपलब्धियाँ उनके संग,चंद्र-मंगल निरख रहा है,
विरासत-संस्कृति को निरख व परख कर,देश अब निखर रहा है ,
मोदी – जोगी की जुगलबंदी संग , देश सबको परख रहा है।।

अब हम नौकरी माँगते नहीं , बल्कि नौकरी दिलाते हैं
नये अनुसंधानों से वैश्विक- स्तर , पर छलांग लगाते हैं
अर्थव्यवस्था न चरमराये,इसका विशेष ध्यान रखते हैं
नई नीतियों का कर मूल्यांकन , मानवता फैलाते हैं

युद्ध नहीं विश्वास बुद्ध में , नैतिकता का अवलोकन कर रहा है,
विरासत-संस्कृति को निरख व परख कर,देश अब निखर रहा है ,
मोदी – जोगी की जुगलबंदी संग , देश सबको परख रहा है।।

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