राज्य

बुजुर्ग व्यक्ति परिवार के आधार स्तंभ हैं।

भावना मयूर पुरोहित व्दारा लिखित कविता

बुजुर्ग व्यक्ति परिवार के आधार स्तंभ हैं
भावना मयूर पुरोहित
बुजुर्ग व्यक्ति परिवार के आधार स्तंभ हैं।
बुजुर्ग वयोवृद्ध के साथ साथ
ज्ञानोवृद्ध भी होते हैं।
बुजुर्ग के पास अनुभव खाता वही होती हैं।
बुजुर्ग व्यक्ति परिवार के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं।

गुजराती भाषा में,
कोई भी घर की
ब्रह्म स्थान की जो लकड़ी रहती है उसे घरका मोभ कहते हैं।
बुजुर्ग व्यक्ति घरका मोभी कहलाता है।

बुजुर्ग व्यक्ति परिवार के सभी सदस्यों की अच्छाई ओर कमजोरी से परिचित होते हैं।

किसी भी परिवार की आर्थिक, सामाजिक एकता और परिवार की रोनक दर्शाने वाली एकसूत्रता
से बंधे रखने के लिए…
घर के बुजुर्ग व्यक्ति परिवार के आधार स्तंभ हैं।

भावना मयूर पुरोहित हैदराबाद

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